One Nation One KYC शुरू करने वाली है सरकार ! जाने क्या होंगे फायदे।
One Nation One KYC के लिए भारत सरकार सिंगल विंडो सिस्टम शुरू करने वाली है, सरकार ने लगभग सभी ऑनलाइन सेवाओं के लिए kyc करवाना अनिवार्य कर दिया है, अगर आपको नही मालूम कि वन नेशन वन केवाइसी क्या है, तो हमारे साथ बने रहिये आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि इसका क्या अर्थ है और इसके क्या फायदे है।
Table of Contents
One Nation One KYC क्या हैं ?
Kyc का मतलब होता है ( know your coustumer ) अपने ग्राहक को पहचानना ! Kyc एक ऐसा सर्विस है जिससे बैंक या कोई अन्य संस्था अपने ग्राहक के पहचान और पते की पूर्ण जानकारी रखते है,अभी के समय मे लगभग सभी संस्था और सरकार ने अधिकतम ऑनलाइन सेवाओं के लिए केवाईसी (KYC) देना अनिवार्य कर दिया है, अगर इसका उदाहरण के तौर पे समझें तो अगर आप अभी के समय मे बैंक में खाता खुलवाने जाते है या कोई मोबाइल खरीदने तो आपको kyc के प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता है, जिससे बैंक या दुकानदार को आपके पहचान का और आपके पते की जानकारी मिलती है,
अगर आप शेयर बाजार, म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करते है तो आपको उसमे भी kyc की प्रक्रिया का सामना जरूर किये होंगे, अगर आप कही kyc की प्रक्रिया को पूरा नही करते है तो आपका काम नही हों पायेगा यू समझे तो आपका काम लटक सकता है। अब सोचने की बात यही है की, अगर kyc इतना जरूरी काम होता है तो सरकार इसका समाधान क्यों नही करते, इसी के जवाब के तौर पे सरकार one nation one kyc की प्रक्रिया को शुरू करने वाली है।
One nation one kyc का फायदे क्या हैं ?
आज जिस तरह हर रोज kyc के नाम पे धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे है वैसे में ये बहुत बड़ी समस्या की बात है, इस तरह की धोखाधड़ी हमारे देश के लिए बड़ी चुनौती है, यहां तक कि भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली भी धोखाधड़ी के शिकार बन चुके है, होता क्या है कि अधिकतर धोखेबाज पहले हमें मेसेज भेजते है,फिर कॉल करके हमारी जानकारी लेते है,और otp लेके हमारे खाते साफ कर देते है,और बहुत से नए तरीके अपनाने लगे है, अगर ऐसे में सरकार one nation one kyc लाते है तो इस तरह के फ़्रॉड रोकने में काफी मदत मिलेगी।
पीयूष गोयल जो कि भारत के वाणिज्य मंत्री है उन्होंने भी यह स्पष्ट किये है कि kyc को लेकर एक सामान्य प्लेटफॉर्म तैयार किया जाना चाहिए जिससे होगा ये की सभी तरह के संगठन इसका इस्तेमाल कर पायेंगे,अगर ये सिस्टम को लागू किया जाता है तो लोगों को केवाईसी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, और उनका कीमती समय भी बचेगा।
वोटर आईडी में सुधार कैसे करें !
उनका ये भी मानना है कि अगर ये सर्विस चालू होता है तो इक्विटी, ट्रेडिंग और बैंकिंग से संबंधित सभी वित्तीय संस्थानों को अधिक से अधिक ग्राहक मिलने की संभावना होगी, साथ मे बैंक खाता खोलना, शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू करना और क्रेडिट कार्ड लेना काफी आसान ही जायेगा, और उन्होंने ये भी कहा है कि इससे लोगो को काफी फायदा होगा, क्योंकि अगर कोई अपना बैंक का kyc करवानें पोर्टल पे आता है, तो साथ मे वो शेयर मार्किट,स्टॉक,म्यूच्यूअल फण्ड और अन्य संस्थाओं के बारे में जान पायेगा जिससे उसकी रुचि और बढ़ेगी और हमारा देश के इकनॉमि पे अच्छा असर पड़ेगा।